
प्रतीकात्मक तस्वीर.
गलवान घाटी में हुई झड़प में मारे गए सैनिकों के आंकड़ों को लेकर चीन (China) ने अपने देश के तीन पत्रकारों को गिरफ्तार (Arrest) कर लिया है. दरअसल, इन पत्रकारों ने मारे गए सैनिकों के आंकड़ों को लेकर सवाल उठाए थे.
- News18Hindi
- Last Updated:
February 22, 2021, 5:31 PM IST
इससे पहले शुक्रवार को चीनी सेना आधिकारिक तौर पर बताया था कि इस झड़प में उसके 4 सैनिकों की मौत हुई थी और एक सैनिक की मौत बाद में हुई थी. बीते साल 15 जून को भारत और चीन की सेनाओं के बीच पूर्वी लद्दाख में झड़प हो गई थी. इसमें भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे. उस वक्त चीनी सेना ने कोई आंकड़ा जारी नहीं किया था, लेकिन कई मीडिया रिपोर्ट्स में 40 से 50 सैनिकों की मौत की बात कही गई थी. हालांकि चीन ने 8 महीने बाद मौत की बात तो स्वीकारी, लेकिन आंकड़ा सिर्फ 4 का ही दिया. चीन सरकार के इसी आंकड़े पर सवाल उठाते हुए किउ ने चीनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीबो पर टिप्पणी की थी और आंकड़ा कुछ ज्यादा होने की बात कही थी.
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आंकड़ा जारी करने पर भी उठाया था सवालइसके अलावा किउ ने चीन सरकार की ओर 8 महीनों के बाद आंकड़ा जारी करने पर भी सवाल उठाया था. किउ ने लिखा था, ‘भारत के नजरिए से देखें तो वे जीत गए और कीमत भी कम चुकाई.’ शनिवार को उनकी गिरफ्तारी के बाद नानजिंग की पुलिस ने बताता कि शहीद हुए 4 सैनिकों के अपमान और गलत जानकारी देने का आरोप में उन्हें अरेस्ट किया गया है. ग्लोबल टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक उन्हें समाज में गलत प्रभाव डालने वाली जानकारी देने के आरोप में अरेस्ट किया गया है. उनके अलावा रविवार को एक अन्य ब्लॉगर को बीजिंग से अरेस्ट किया गया है. वहीं 25 वर्ष के एक ब्लॉगर यांग को दक्षिण पश्चिमी सूबे सिचुआन से अरेस्ट किया गया है.