कोलकाता. पश्चिम बंगाल में हो रही हिंसा (West Bengal Violence) के बाद राज्य सरकार के रुख पर गृह मंत्रालय ने सख्ती दिखाई है. केंद्रीय गृह सचिव ने पश्चिम बंगाल के चीफ सेक्रेटरी चिट्ठी लिखी है और हिंसा की घटनाओं को तुरंत रोकने को कहा है. गृह सचिव की चिट्ठी में ये कहा गया है कि गृह मंत्रालय (Home Ministry) के चिंता जताने के बाद भी राज्य में हिंसा की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं. गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल सरकार से हिंसा पर रिपोर्ट मांगी है हालांकि सरकार ने अब भी केंद्र को रिपोर्ट नहीं सौंपी है. इस पर राज्य सरकार को तुरंत रिपोर्ट देने को कहा है. गृह मंत्रालय ने कहा कि चुनाव बाद हिंसा की रिपोर्ट अगर तत्काल नहीं भेजी गई तो मामले को गंभीरता से लिया जाएगा. वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamata Banerjee) ने बुधवार को कहा कि जिन इलाकों में हिंसा और झड़प हो रही है, वहां पर भाजपा चुनाव जीती है. राज्य सचिवालय ‘नाबन्ना’ में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए बनर्जी ने कहा कि सोशल मीडिया पर हिंसा के जो वीडियो साझा किए जा रहे हैं उनमें से अधिकतर या तो फर्जी हैं या पुराने हैं. उन्होंने कहा, ‘‘मैंने गौर किया है कि हिंसा और झड़प की घटनाएं उन्हीं इलाकों में हो रही हैं जहां पर भाजपा चुनाव जीती है. इन इलाकों को काले धब्बे की तरह देखा जाना चाहिए.’’
ये भी पढ़ें- ओरिजिनल वायरस जैसा ही संक्रमण पैदा कर रहा नया वैरिएंट, वैक्सीन कारगर: केंद्र मुख्यमंत्री ने कहा कि ये घटनाएं तब हुई जब कानून व्यवस्था निर्वाचन आयोग के अधीन था. उन्होंने कहा, ‘‘पश्चिम बंगाल में गत तीन महीनों में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब हुई है. कुछ छिटपुट घटनाएं हुई हैं और सभी वास्तविक नहीं हैं, उनमें अधिकतर फर्जी हैं. भाजपा पुराने वीडियो दिखा रही है.’’
ममता ने राजनीतिक पार्टियों से की हिंसा खत्म करने की अपील बनर्जी ने कहा,‘‘मैं सभी राजनीतिक पार्टियों से इसे खत्म करने की अपील करती हूं. आप लोगों को चुनाव से ही यातना दे रहे हैं और अब इसे बंद करे. अन्यथा कानून अपना काम करेगा. बांगला शांति और विरासत की भूमि है, हम यहां समाज के सभी वर्गों के लोगों के साथ शांति से रहते हैं.’’ मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के कुछ घंटों बाद ही बनर्जी ने मुख्य सचिव अल्पन बंदोपाध्याय, गृह सचिप एचके द्विवेदी सहित राज्य के शीर्ष अधिकारियों के साथ मौजूदा कानून व्यवस्था पर बैठक की.
ये भी पढ़ें- कोरोना संक्रमित NSG जवान को नहीं मिल सका ICU बेड, रास्ते में तोड़ दिया दम उन्होंने कहा कि सभी जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ऐसी किसी भी स्थिति से कड़ाई से निपटे. बनर्जी ने कहा, ‘‘अगर कोई भी किसी भी घटना में शामिल पाया जाएगा तो हम उससे सख्ती से निपटेंगे. हम यहां अराजक स्थिति बर्दाश्त नहीं करेंगे.’’
राज्य सरकार ने इस महीने के अंत में सेवानिवृत्त् हो रहे पुलिस महानिदेशक विरेंद्र और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) जावेद शमीम को भी बहाल कर दिया जिन्हें निर्वाचन आयोग के आदेश पर उनके पदों से हटाया गया था.