
अमेरिका के नए राष्ट्रपति जो बाइडन (फोटो-AP)
US-China Relations: नए राष्ट्रपति जो बाइडन (Joe Biden) से पहले डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के शासन में भी अमेरिका और चीन के बीच तनाव बना हुआ था. हालांकि, अनुमान लगाया जा रहा था कि बाइडन के आने से दोनों देशों के बीच रिश्ते सुधर सकते हैं.
- News18Hindi
- Last Updated:
February 19, 2021, 6:03 PM IST
मौजूदा दौर में अमेरिका और चीन के बीच रिश्ते एकदम ठीक नहीं है. दोनों देशों के बीच कई मुद्दों पर तकरार जारी है. जिनमें व्यापार, नोवल कोरोना वायरस महामारी की शुरुआत, विवादित उत्तरी चीन समुद्र में सैन्य गतिविधियां और मानवाधिकार शामिल हैं. सीनेटर रिक स्कॉट ने एक बार फिर ताइवान इनवेशन प्रिवेंशन एक्ट पेश किया. इस बिल में ताइवान को चीन की तरफ से बढ़ती आक्रामकता से बचाने की बात कही गई है.
इस बिल के जरिए अमेरिका-ताइवान का रिश्ता बेहतर होगा. साथ ही ताइवान को चीन की आक्रामक नीतियों और सैन्य गतिविधियों का सामना करने की क्षमता बढ़ेगी. सांसद मार्क ग्रीन ने अपनी तरफ से पांच विधेयक पेश किए हैं. वहीं, सांसद जिम बैंक्स ने भी अपनी तरफ से पांच विधेयक पेश किए हैं. इसके अलावा सांसद जेम्स पी मैक्गोवन ने अपनी तरफ से एक विधेयक पेश किया है. अन्य सांसदों ने भी अपनी तरफ से संबंधित मुद्दे पर विधेयक पेश किए हैं.
ग्रीन ने कहा कि चीनी लीडर्स अब कूटनीतिक, सूचनात्मक, सैन्य और आर्थिक मोर्चे पर दबाव बनाने पर जोर दे रहे हैं. द सिक्योर आर सिस्टम्स अगेंस्ट चाइना टैक्टिक्स एक्टर चीना को जोखिम वाली अमेरिकी रक्षा कंपनियों को खरीदने से रोकेगा. वहीं, द चाइना टेक्नोलॉजी ट्रांसफर कंट्रोल एक्ट चीन की सेना को इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी और संवेदनशील जानकारी हासिल करने से रोकेगा. खास बात है कि नए राष्ट्रपति जो बाइडन से पहले डोनाल्ड ट्रंप के शासन में भी अमेरिका और चीन के बीच तनाव बना हुआ था. हालांकि, अनुमान लगाया जा रहा था कि बाइडन के आने से दोनों देशों के बीच रिश्ते सुधर सकते हैं. (भाषा इनपुट के साथ)