अंबेडकरनगर।राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके) के संचालन में शिथिलता बरतने पर दो डाक्टरों का डीएम ने जुलाई माह का वेतन भुगतान रोक दिया है। चिकित्सकों से तीन दिन में सीएमओ की संस्तुति पर सीडीओ के जरिए स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने को कहा है।
परिषदीय विद्यालयों तथा आंगनबाड़ी केंद्रों के भ्रमण का माइक्रो प्लान एक सप्ताह में बनाकर बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) और मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) के माध्यम से प्रस्तुत करने का निर्देश गत 10 जून को आरबीएसके टीम के चिकित्सकों को दिया था। एक माह बाद 15 जुलाई को इसकी समीक्षा के दौरान बीएसए भोलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि उक्त टीमें आंगनबाड़ी व विद्यालयों का भ्रमण करने नहीं पहुंची। जिलाधिकारी के सख्त आदेश के बाद भी माइक्रो प्लान तक उपलब्ध नहीं कराया। ऐसे में इस टीम से शासन को नियमित भेजी जाने वाली रिपोर्ट के भ्रामक होने पर संदेह जताते हुए डीएम नाराज हो गए। शासन को फर्जी सूचना देने पर घोर आपत्ति तथा शासकीय दायित्वों के निर्वहन समेत उच्चाधिकारियों के आदेश की अवहेलना करने में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल डा. एएम सिद्दीकी तथा समन्वयक डा. महमूद को आरोपित बनाया गया है। डीएम की अनुमति के बगैर इनके जुलाई माह के वेतन भुगतान पर रोक लगाई गई हैं। सीएमओ श्रीकांत शर्मा ने बताया कि जिलाधिकारी के निर्देशों का पालन करते हुए दोनों चिकित्सकों से स्पष्टीकरण मांगा गया है।