संधू ने ‘मीटिंग द चैलेंज ऑफ अवर टाइम्स: डीपनिंग द इंडिया-यूएस पार्टनरशिप’ शीर्षक वाले एक लेख में नयी दिल्ली और वाशिंगटन के बीच सहयोग के पांच ऐसे क्षेत्रों को रेखांकित किया, जिससे न केवल दोनों लोकतांत्रिक देशों को फायदा होगा, बल्कि यह एक सुरक्षित, स्वस्थ तथा अधिक समृद्ध दुनिया बनाने में भी मदद करेगा.
ये क्षेत्र कोविड-19 वैश्विक महामारी से निपटने, जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों से लड़ने, डिजिटल क्षमताओं, शिक्षा साझेदारी और रक्षा एवं रणनीतिक साझेदारी मजबूत करने से जुड़े हैं. संधू ने लिखा कि सबसे बड़े प्रकोप का सामना करने के मद्देनजर अब अद्वितीय साझेदारी के वादे को नवीन रूप देने का समय आ गया है, जिससे आबादी के पांचवें हिस्से को सीधा लाभ पहुंचे और जो नियम-आधारित विश्व व्यवस्था के लिए स्थायी शांति एवं सुरक्षा का स्रोत बने.
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संधू ने कहा कि दोनों देशों ने अमेरिका में द्विदलीय सहमति और भारत में हर दल के समर्थन के आधार पर पिछले दो दशक में एक ‘उल्लेखनीय साझेदारी’ निर्मित की है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के नए अमेरिकी प्रशासन के तहत, ‘हम अपने देशों और दुनिया को लाभ पहुंचाने वाली एक नींव का निर्माण कर सकते हैं.’
उन्होंने कुछ हफ्तों पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन और हैरिस प्रशासन के साथ काम करने को लेकर उत्साह जताया था. उन्होंने कहा था, मुझे भरोसा है कि भारतवंसी समुदाय दोनों देशों को पास लाने में अहम भूमिका निभाना जारी रखेगा.
(भाषा इनपुट के साथ)