
(रिपोर्ट:- योगेश यादव)
(सुल्तानपुर)प्रॉपर्टी डीलर मुन्ना तिवारी की हत्याकांड में पुलिस ने कई को हिरासत में लिया है !इसमें मुन्ना तिवारी के साथ काम करने वाले लोग कोतवाली नगर में बैठाए गए हैं। बताया जाता है कि सदर तहसील के बगल स्थित “भंडारी चाय” की दुकान पर मुन्ना अक्सर बैठका किया करता था। वहां वह अपने क्लाइंट को डील किया करता था ।लेकिन इसी बीच पुलिस को एक सुराग मिला है ।बताया जाता है कि मार्च माह के आखिरी दिनों में मृतक मुन्ना ने दबाव बनाकर चार अंकों का एक चेक किसी से वापस लिया था।सूत्र बताते हैं कि वह व्यक्ति जब चेक वापस करने भंडारी चाय की दुकान पर आया था तो उसके साथ कमर में तमंचा खोंसे कई युवक भी थे । बताया जाता है कि उसमें कई शूटर भी शामिल थे जो मुन्ना की पहचान करने उस व्यक्ति के साथ आए थे ।हालांकि मुन्ना ने भी अपनी गैंग का भी टेलर बताकर युवकों को खामोश रहने की हिदायत दी।लेकिन साथ आये युवकों ने बिना कुछ बोले मुस्कुराते हुए वापस लौट गए थे।
शूटरों ने खर्च की महज एक गोली!
(सुल्तानपुर)खैचिला गांव में घर के पास टहल रहे मुन्ना पर शूटरों ने सिर्फ एक गोली खर्च की है!चिकित्सक को सिर्फ सीने के पास गोली का एक घाव मिला है बाकी पोस्टमार्टम के बाद ही बाकी के घाव का पता चलेगा।नवरात्रि का सामान घर पहुँचाने के बाद शनिवार को मृतक मुन्ना तिवारी शाम को गांव के पास स्थित अपने घर के पास अक्सर शाम को टल्ली होकर समय पास किया करता था ।बस उसकी इसी रूटीन का फायदा शूटरों ने उठा लिया ।बताया जाता है शाम को बाइक से आये शूटरों ने महज मुन्ना को “नमस्कार” कहकर रोक लिया ।जैसे ही मुन्ना उनकी तरफ देखता है तैसे ही लोडेड तमंचे से युवक ने केदारनाथ@ मुन्ना को गोली मार दी ।
इसी नवरात्रि में फिर होना था एग्रीमेंट
(सुल्तानपुर)मृतक मुन्ना ने अपने पास कई बैनामें के पेपर भी रखे थे।उनका मुआयना भी हो चुका था।चूंकि मुन्ना ने इधर बीच काफी कमाई भी कर ली थी जिस कारण वह अकेले काम भी करने लगा था।उसने आसपास के गांव की जमीन के कई फ्रेस पेपर की फाइल भी बनवा रखी थी।इसी नवरात्रि में उक्त जमीन का बैनामा कराने की पूरी तैयारी भी थी लेकिन उसके सपनों को दुश्मनों की नज़र लग गयी।और बीती शाम करीब साढ़े आठ बजे उसकी हत्या कर दी गयी।मुन्ना अपने पीछे पत्नी समेत नौ साल की पुत्री और छ वर्ष का बेटा छोड़ गया।