
असम के गुवाहाटी में हुआ होलिका दहन (Photo-ANI)
Holika Dahan 2021: असम के गुवाहाटी में लोगों ने ब्रह्मपुत्र घाट पर होलिका दहन किया. होलिका दहन पर लकड़ियों के साथ ही साथ गोबर के उपले, गेहूं की बालियां जलाए जाते हैं.
राधा-कृष्ण के अनूठे प्रेम की धरती ब्रज में रंग और उमंग का त्योहार होली, वसंत पंचमी के दिन से ही शुरु हो जाता और यह होलिका दहन एवं ‘धुलेड़ी’ (रंगों वाली होली) के बाद करीब पचास दिनों तक चलता है. वसंत पंचमी के दिन वृन्दावन के ठा. शाहबिहारी मंदिर और ठा. बांकेबिहारी, मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मस्थान एवं बरसाना के लाड़िली जू (राधारानी के) आदि मंदिरों में पहली बार होली खेली जाती है, जो होलिका दहन तक चलती है.
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इस बार कोविड-19 के चलते होली का त्योहार मनाने में भी विशेष सावधानी बरती जा रही है. गुजरात सरकार की ओर से जारी एक आदेश में कहा गया है कि कोविड-19 के मामले बढ़ने के कारण होली के अवसर पर समारोह आयोजित करने की अनुमति नहीं दी जाएगी, हालांकि सीमित संख्या में लोगों के साथ ‘होलिका दहन’ की परंपरा का निर्वहन जरूर किया जा सकेगा. वहीं दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने भी होली पर विशेष सावधानी बरतने की अपील की है. वहीं कोविड के चलते दिल्ली में सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक लगा दी गई है.
महाराष्ट्र में कोविड के प्रकोप के चलते बीएमसी ने भी आदेश जारी किया है कि 28 और 29 मार्च को निजी एवं सार्वजनिक स्थानों पर होली मनाने की अनुमति नहीं होगी. वहीं राजस्थान सरकार ने भी सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक लगाने के निर्देश जारी किए हैं.