बैंक ऑफ बड़ौदा ग्रामीण हेमनापुर, शाखा-वालीपुर, सुलतानपुर में हुई बहुत बड़ी धोखाधड़ी
बैंक कर्मचारियों के मिलीभगत से वहां के चपरासी ने खाताधारक के खाते से निकले 1 लाख रुपए
बिना signature और withdraw पर्ची भरे खाते से ट्रांसफर कर लिए पैसे
बैंक के कर्मचारी संजय जायसवाल ने दिया इस कारनामे को अंजाम
वलीपुर ग्रामीण बैंक ऑफ बड़ौदा का है मामला
बल्दीराय, सुल्तानपुर: पूरा मामला जनपद सुल्तानपुर के बल्दीराय ब्लॉक का है । विन्दकिशोर S/O माताबदल का खाता ग्रामीण बैंक ऑफ बड़ौदा वलीपुर में है । 2 दिन पहले जब खाताधारक को पैसों की जरूरत पड़ी और उसने अपने खाते से पैसे निकालने चाहे तो पता चला की उसके खाते में पैसे ही नही हैं । जब खाताधारक इसकी शिकायत लेकर बैंक गया तो मैनेजर ने जैसे उसका खाता चेक किया तो मैनेजर के होश उड़ गए क्योंकि जिस खाते में पैसे धोखाधड़ी से ट्रांसफर किए गए थे वो खाता उसी बैंक में काम करने वाले प्राइवेट कर्मचारी संजय जायसवाल निवासी बघौना ( मूल निवासी– बिसांवा, थाना धनपतगंज ) का निकला। आनन फानन में ब्रांच मैनेजर ने सारे कागजात खंगालने शुरू किए तो पता चला कि संजय ने बिना खाताधारक ( विन्दकिशोर) को सूचित किए फर्जी तरीके से बैंक के कर्मचारियों के साथ मिलकर दिनांक 16/10/2021 को 1 लाख रूपए खाते से अपने अकाउंट
2/32 में ट्रांसफर कर लिए। मैनेजर ने जब कड़ाई से संजय से सवाल किए तो वह उनके सवालों का जवाब नही दे पाया |सारे दस्तावेज चेक करने पर मैनेजर ने पाया कि खाताधारक विन्दकिशोर के साथ धोखाधड़ी की गई है। जिस पर कार्यवाई करते हुए मैनेजर ने खाताधारक को 1 लाख रूपए 6 महीने के ब्याज सहित वापस कराए और धोखाधड़ी करने वाले प्राइवेट बैंक कर्मचारी संजय जायसवाल के खिलाफ कड़ी विभागीय करवाई करने का आश्वासन भी दिया। वही खाताधारक अब संजय जायसवाल और इस मामले में संलिप्त सभी बैंक कर्मचारियों के खिलाफ थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करने की तैयारी में है।
एक तरफ जहां देश के प्रधानमंत्री डिजिटल इंडिया की बात करते हैं जनधन योजना के माध्यम से लोगों का अकाउंट खोलवाते हैं वही संजय जैसे भ्रष्टाचारी बैंक कर्मचारियों के मिलीभगत से गरीबों का पैसा गायब कर देते हैं। हर आदमी सोचता है की बैंक में उसका पैसा सुरक्षित है लेकिन आपको ऐसे बैंक कर्मचारियों और भ्रष्टाचारियों से सावधान रहने की जरूरत है।