हंसी-ठिठोली, गाली, अबीर-गुलाल से खेली गई लट्ठमार होली का अलग ही आनंद होता है. इसे देखने और इसमें शरीक होने के लिए देश और विदेश के कोने-कोने से आए श्रद्धालुओं ने जमकर मजा लिया. लट्ठमार होली के दौरान इंद्रदेव ने आकाश से वर्षा की लेकिन इससे होली खेलने वाले हुरियारे और हुरियारिनों के उत्साह में कोई कमी नजर नही आई