सुल्तानपुर-लगातार हो रही मुठभेड़ से खौफजदा शातिर बदमाश बाबू उर्फ दिलशाद ने पुराने मुकदमे में बेल बॉन्ड वापस ले लिया और जेल का रुख अख्तियार कर लिया है। प्रॉपर्टी डीलर मुन्ना तिवारी हत्याकांड के मुख्य मुलजिम बाबू के जेल जाने से मुकदमे के अन्य आरोपियों की धड़कनें भी तेज हो गई हैं। बीते 2 अप्रैल को नगर कोतवाली क्षेत्र के खैंचला निवासी मुन्ना तिवारी की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मामले में परिजनों व ग्रामीणों ने मुरली नगर बाजार में डेड बॉडी रखकर प्रदर्शन किया था। पुलिस के आश्वासन पर अंतिम संस्कार हुआ था। प्रकरण में हत्याकांड के अभियुक्त सुफियान और लालू 17 अप्रैल को नगर कोतवाली पुलिस की तरफ से गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं। वही मुन्ना तिवारी हत्याकांड का मुख्य अभियुक्त बाबू पुत्र इश्तकार निवासी भट्टी जरौली फरार चल रहा था। नगर कोतवाली क्षेत्र में लगातार हो रही मुठभेड़ को देखते हुए बाबू उर्फ दिलशाद ने लूट के पुराने मुकदमे में अपना बेलमंड वापस करा लिया और न्यायालय में समर्पण करते हुए जेल पहुंच गया है। नगर कोतवाली के निराला नगर चौकी क्षेत्र में 2019 में हुई लूट के मामले में वह जमानत पर चल रहा था। नगर कोतवाल राम आशीष उपाध्याय कहते हैं कि लूट समेत अन्य हत्या के मामले में वह वांछित चल रहा था।उसके खिलाफ गैंगेस्टर की कार्यवाही भी पूर्व में हो चुकी है। गिरफ्तारी के चल रहे दबाव के दौरान उसने न्यायालय में पुराने मामले में सरेंडर किया और जेल जा चुका है।