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प्राइवेट जहाज के पायलट ने लोगों को हाथ हिलाता देख लिया और वो रनवे के आधे रास्ते से वापस आया और अपने यात्री खुशदीप बंसल को जहाज में बिठाकर वापस दिल्ली के लिए लेकर उड़ चला
रनवे पर प्राइवेट जहाज (Chartered Plane) टेक ऑफ के लिए दौड़ रहा होता है तभी हवाईपट्टी पर यात्री की कार पहुंचती है. इसके बाद वहां मौजूद लोग लोकल बस की तरह हाथ देकर जहाज को रुकवाते हैं, और जहाज आधी दूरी रनवे पर दौड़ कर पुनः वापस आता है. इसके बाद यात्री फ्लाइट में बैठकर वापस उड़ जाता है
मगर रनवे पर जहाज टेक ऑफ के लिए दौड़ रहा होता है तभी हवाईपट्टी पर यात्री की कार पहुंचती है. इसके बाद वहां मौजूद लोग लोकल बस की तरह हाथ देकर जहाज को रुकवाते हैं, और जहाज आधी दूरी रनवे पर दौड़ कर पुनः वापस आता है. इसके बाद यात्री फ्लाइट में बैठकर वापस उड़ जाता है.
सुनने में आपको यह अविश्वसनीय सा लग रहा होगा, मगर ऐसा हुआ है. दरअसल वास्तुविद खुशदीप बंसल राम जन्मभूमि का निरीक्षण करने के लिए रविवार की सुबह प्राइवेट जहाज से अयोध्या आए थे. लैंडिंग के बाद उन्होंने जहाज के पायलट से शाम के साढ़े पांच बजे दिल्ली वापस जाने के लिए हवाईपट्टी पहुंचने की बात कही थी. विमान का पायलट शाम पांच बजे से ही खुशदीप बंसल से फोन पर संपर्क कर उन्हें साढ़े पांच बजे तक उड़ान भरने के लिए रिक्वेस्ट करता रहा. लेकिन वास्तुविद खुशदीप बंसल तय समय तक हवाईपट्टी नहीं पहुंचे तो वो पायलट ने आधे घंटे और यानी छह बजे तक उनका इंतजार किया. इसके बाद उसने अंधेरा होने से पहले जहाज को उड़ान भरने के लिए रनवे पर दौड़ा दिया.
इस बीच खुशदीप बंसल हवाईपट्टी पर पहुंच गए और वहां मौजूद लोगों ने लोकल बस के तरीके से टेक ऑफ के लिए रेडी प्राइवेट जहाज को रनवे पर हाथ देखकर रुकवाया. जहाज के पायलट ने यह देख लिया और वो रनवे के आधे रास्ते से वापस आया और अपने यात्री खुशदीप बंसल को जहाज में बिठाकर वापस दिल्ली के लिए लेकर उड़ चला.जिस किसी को भी इस घटना के बारे में पता चला उसे यकीन नहीं हुआ कि हवाई जहाज को भी लोकल बस की तरीके से हाथ दिखाकर रोका गया, और रनवे से वापस यात्री को बैठाने के लिए जहाज आ गया. (कृष्णा शुक्ला की रिपोर्ट)
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