
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येडियुरप्पा
(फाइल फोटो)
Karnataka Politics: मामले में शनिवार को फैसला सुनाए जाने की संभावना है. ये छह मंत्री उन 17 विधायकों में शामिल थे, जिन्होंने कांग्रेस-जद (एस) गठबंधन (Congress-JD (S)) के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ बगावत की थी.
दो अन्य मंत्रियों में युवा सशक्तिकरण एवं खेल मंत्री के सी नारायण गौड़ा और शहरी विकास मंत्री भयारथी बासवराज शामिल हैं. मंत्रियों की संयुक्त याचिका पर सुनवाई करते हुए अतिरिक्त नगर सिविल सत्र न्यायाधीश ने अपना आदेश सुरक्षित रख लिया.
यह भी पढ़ें: सेक्स स्कैंडल में घिरे कर्नाटक के मंत्री रमेश जारकीहोली ने दिया इस्तीफा, CM ने स्वीकार कर राज्यपाल को भेजा
मामले में शनिवार को फैसला सुनाए जाने की संभावना है. ये छह मंत्री उन 17 विधायकों में शामिल थे, जिन्होंने कांग्रेस-जद (एस) गठबंधन के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ बगावत की थी, जिससे जुलाई 2019 में सरकार गिर गयी थी और भाजपा के सत्ता में आने का रास्ता खुला था. अपनी संबंधित पार्टियों से अयोग्य घोषित किए जाने के बाद ये विधायक भाजपा में शामिल हो गये और दिसंबर 2019 में भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और चुनाव जीतने के बाद मंत्री बने.
रमेश जारकीहोली ने हाल ही में अपने खिलाफ आपत्तिजनक सीडी बरामद होने और यौन उत्पीड़न के आरोपों के बीच इस्तीफा दे दिया था . जरकिहोली उन 16 बागी विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हुए थे ओर मंत्री बने थे. मंत्रियों के इस कदम की पुष्टि करते हुए परिवार कल्याण एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री के सुधाकर ने ट्वीट कर कहा कि कुछ ‘ईमानदार’ मंत्रियों की छवि खराब करने, उनका अपमान करने के इरादे से राजनीतिक साजिश की आशंका के बीच मंत्रियों ने अदालत का रुख किया है.
(Disclaimer: यह खबर सीधे सिंडीकेट फीड से पब्लिश हुई है. इसे News18Hindi टीम ने संपादित नहीं किया है.)