सुल्तानपुर-शहर से लेकर गाँव तक प्राइवेट विद्यालय के मनमानी का सिलसिला लगातार जारी है।वाहनों में मानक के विपरीत अधिक संख्या में बच्चों को ले जाया देखा जा सकता है। विद्यालय प्रबंधन व गाड़ी मालिकों ने का सारा फोकस सिर्फ कमाई पर ही रहा। शहर व ग्रामीण के स्कूलों में बच्चों को ले जाने वाले वाहन पर लंबी चौड़ी गाइडलाइन जारी है।पता तो यह भी चला है कि स्कूली वाहन में कैमरे लगाने के भी निर्देश है।लेकिन जाँच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति होती है।लेकिन यह सुल्तानपुर है ,यहां सरकारी आदेशों का गला घोट जाता है।नाम न लिखने की शर्त पर अभिभावकों द्वारा बताया गया कि बच्चे जान जोखिम डालकर जाते हैं ।जबकि विद्यालय में शिकायत करने पर बच्चों को कही और पढ़ाने की धमकी दी जाती है।