सुल्तानपुर- 15 सितंबर 2022,मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. धर्मेंद्र कुमार त्रिपाठी का कहना है कि जिले को छय रोग से मुक्त दिलाने के लिए जगह-जगह कार्यक्रम के द्वारा लोगों को जागरूक किया जा रहा है| और स्वास्थ्य टीम के माध्यम से जिले में हर एक व्यक्ति तक पहुंच करके मरीजों की पहचान भी की जा रही है| टीबी रोग की पुष्टि होने पर मरीजों का निशुल्क इलाज किया जा रहा है|और 30 सितंबर से जिले में मासिक पोषण वास्केट टीबी के मरीजों के लिए गोद लेने का महाअभियान कार्यक्रम चलाया जाएगा|
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ.आर.के कनौजिया ने बताया कि जनपद को क्षय रोग से मुक्त बनाने के लिए जिले में व्यापक अभियान चलाया जा रहा है| जनवरी से दिसंबर माह तक 3900 मरीजों को चिन्हित करने का कुल लक्ष्य निर्धारित किया गया है| जिसमें अगस्त तक मरीजों को चिन्हित करने का लक्ष्य 2598 था जिसके सापेक्ष 2511 मरीजों का लगभग 97% फीसदी लक्ष्य हासिल कर मरीजों का इलाज किया जा रहा है और निर्धारित लक्ष्य को देखते हुए जनपद के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर ओपीडी एव जांच की सुविधा भी कर दी गई है| जिससे जनपद में शत प्रतिशत लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके| जिले में जांच एवं उपचार के लिए 14 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और 12 नया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुल मिलाकर 26 D.M.C. सेन्टर भी बनाया गया है| जिससे मरीजों को आसानी से इलाज एवं जांच किया जा सके|और मासिक पोषण वास्केट के अनुरूप सरकार ने गोद लेने वालों के लिए दो विकल्प भी निधार्रित किए हैं|और मरीजों को गोद लेने वाले का नाम निछ:य मित्र पोर्टल पर देखा जा सकता है|और क्षय रोगियों को ₹500 प्रतिमाह का भुगतान डी.बी.डी.के माध्यम से उनके बैंक खाते में किया जाता है| मरीज को अपना खाता नंबर एवं आधार कार्ड उपलब्ध कराना भी अनिवार्य है|
क्षय रोग (टीबी) के लक्षण-
1- दो सप्ताह या उससे अधिक समय से लगातार खांसी का आना|
2- खांसी के साथ बलगम का आना|
3-बुखार विशेष रूप से शाम को बढ़ने वाला|
4- वजन का घटना|
5-भूख कम लगना|
6- सीने में दर्द होना|
7-बलगम के साथ खून आना आदि प्रकार के लक्षण हैं|