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मैच के दौरान दर्शक जोकोविच के समर्थन में सर्बिया का झंडा लहराते हुए. (Video Grab/Twitter)
फ्रेंच ओपन के क्वार्टर फाइनल मैच के दौरान कई दर्शकों ने तो रात 10:45 बजे कर्फ्यू करीब होने के बावजूद स्टेडियम के बाहर जाने से इनकार कर दिया. कुछ दर्शक नाराज भी हो गए और उन्होंने साथ मिलकर गाने तक गाए – ‘हमने पैसे दिए, हम तो रुकेंगे.’
नई दिल्ली. सर्बियाई खिलाड़ी नोवाक जोकोविच (Novak Djokovic) और बेरेटिनी के बीच फ्रेंच ओपन ओपन क्वार्टर फाइनल मैच में लगभग 22 मिनट की देरी हुई. हालांकि यह देरी कोविड-19 वायरस के कारण लगाए गए कर्फ्यू के चलते हुई. स्थानीय समयानुसार करीब 11 बजे कोरोना वायरस कर्फ्यू के कारण हजारों दर्शकों को स्टेडियम कोर्ट से बाहर कर दिया गया था.
एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले मैचों के लिए 1,000 के बजाय बुधवार को कोर्ट फिलिप-चैटरियर में 5,000 दर्शकों को अनुमति देने के लिए महामारी से जुड़े प्रतिबंधों में थोड़ी ढील दी गई. यह नियम लागू होने तक माहौल काफी बेहतर नजर आया. जोकोविच ने बुधवार रात 6-3, 6-2, 6-7 (5) 7-5 से क्वार्टर फाइनल मैच में जीत के बाद अपने 40वें ग्रैंड स्लैम सेमीफाइनल में पहुंचने के बाद कहा, ‘यहां प्रशंसकों के साथ परिस्थितियां अजीब थीं और फिर माहौल थोड़ा अलग था (बाद में).’
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दर्शकों को कोरोना कर्फ्यू लागू होने के चलते परेशानी झेलनी पड़ी. कुछ दर्शक नाराज भी हो गए और उन्होंने साथ मिलकर गाने तक गाए – ‘हमने पैसे दिए, हम तो रुकेंगे.’ कई दर्शकों ने तो रात 10:45 बजे कर्फ्यू करीब होने से स्टेडियम के बाहर जाने से ही इनकार कर दिया. बाद में रात 10:55 बजे से कुछ वक्त पहले दोनों खिलाड़ियों ने अपना बैग पैक किया और चले गए जबकि प्रशंसक हताशा में चिल्लाए. शीर्ष खिलाड़ी जोकोविच उस वक्त 2-1 से आगे थे और चौथे सेट में उन्होंने 3-2 की बढ़त बना ली थी, जब खेल कुछ देर के लिए रोका गया था.
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— Roland-Garros (@rolandgarros) June 9, 2021
खिलाड़ियों के जाने से कुछ समय पहले बेरेटिनी ने भीड़ का अभिवादन किया. बड़े हिट लगाने वाले इटली के इस खिलाड़ी ने कहा कि वह दर्शकों की परेशानी महसूस कर सकते हैं. नौवीं वरीयता प्राप्त बेरेटिनी ने कर्फ्यू के बारे में कहा, ‘मुझे लगता है कि यह शर्म की बात है, यह कुछ ऐसा है जो मुझे पसंद नहीं आया लेकिन आप इसके बारे में कुछ नहीं कर सकते हैं.’
कुछ ही मिनटों के भीतर मुख्य स्टेडियम को पूरी तरह से खाली कर दिया गया था. हालांकि दो नाराज प्रशंसकों का तर्क था कि उन्हें तब तक रहने का अधिकार है जब तक कि सुरक्षा अधिकारियों ने उन्हें रात 11:10 बजे नहीं हटा दिया.
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