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अमर उजाला नेटवर्क, झांसी
Updated Tue, 08 Dec 2020 12:56 PM IST
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मोबाइल में वीडियो पहुंचने के बाद छात्राओं के पैरों तले जमीन खिसक गई। जानकारी पाकर परिजन भी घबरा उठे। परिजन पीड़ा लेकर साइबर सेल भी पहुंचे, लेकिन लिखित शिकायत दिए बिना ही वापस लौट आए।
कोरोना काल के बीच स्कूल व कॉलेजों बंद के बीच छात्र-छात्राओं की पढ़ाई के लिए ऑनलाइन क्लासेज शुरू की गई थीं। इसके लिए बाकायदा व्हॉट्सएप ग्रुप भी बनाए गए। इनमें छात्र-छात्राओं के मोबाइल नंबर जोड़े गए थे। कई ग्रुप में अभिभावकों के नंबर भी थे।
बताया गया कि कुछ छात्राओं के मोबाइल नंबर पर किसी ने हरकत करते हुए अश्लील वीडियो भेज दिए। वीडियो देखकर छात्राएं घबरा गईं। अभिभावकों की पीड़ा भी बढ़ गई। किसी तरह दो छात्राओं के अभिभावक शिकायत लेकर साइबर सेल थाना पहुंचे।
यहां अभिभावकों ने अपनी पीड़ा भी सुनाई, लेकिन लिखित शिकायत देने में हिचकते रहे। पूरा मामला बताकर अभिभावक बैरंग लौट गए। वीडियो का यह मामला सुर्खियों में है।
बाहरी युवकों को नंबर बांटने का अंदेशा
पता चला है कि जिन छात्राओं के मोबाइल नंबर पर अश्लील वीडियो भेजे गए हैं। वह बाहरी नंबर हैं। ऐसे में शक है कि ग्रुप से जुड़े किसी छात्र ने ही नंबर बाहरी लोगों को बांट दिए। ऐसे युवकों ने बिना डरे छात्राओं के नंबरों पर वीडियो भेज दिए हैं।
मामला मेरे संज्ञान में नहीं है। यदि किसी भी छात्रा के मोबाइल पर गलत वीडियो भेजी गई हैं तो अभिभावक मुझसे मिलकर कार्रवाई करा सकते हैं। इसमें डरने की कोई बात नहीं है। उनका नाम व पता पूरी तरह गोपनीय रखा जाएगा।
-विवेक कुमार त्रिपाठी, एसपी सिटी
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