[ad_1]
- Hindi News
- Local
- Uttar pradesh
- Hathras Rape Case News Updates: Victim’s Father Demanded CBI Inquiry Says No Trust In UP Police In Hathras Uttar Pradesh
हाथरस2 घंटे पहले
हाथरस गैंगरेप मामले में शुक्रवार शाम को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन हुआ।
हाथरस में दलित लड़की के साथ गैंगरेप के 18 दिन बाद उत्तरप्रदेश सरकार ने शुक्रवार रात को बड़ी कार्रवाई की और जिले के एसपी और डीएसपी समेत 5 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया। इन सभी का नार्को टेस्ट किया जाएगा। इसके अलावा, पीड़ित परिवार का भी नार्को टेस्ट कराने का फैसला भी किया गया है। विनीत जायसवाल को हाथरस का एसपी बनाया गया है।
उधर, एसआईटी ने आज इस मामले में पहली रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंप दी। एसआईटी की रिपोर्ट के आधार एसपी हाथरस विक्रांत वीर को लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित किया गया है। इनके साथ सीओ राम शब्द, प्रभारी निरीक्षक दिनेश कुमार वर्मा, सीनियर सब इंस्पेक्टर जगवीर सिंह, हेड कांस्टेबल महेश पाल को सस्पेंड किया गया।
राज्य सरकार की कार्रवाई पर प्रियंका गांधी का तंज
.@myogiadityanath जी कुछ मोहरों को सस्पेंड करने से क्या होगा? हाथरस की पीड़िता, उसके परिवार को भीषण कष्ट किसके ऑर्डर पर दिया गया? हाथरस के डीएम, एसपी के फोन रिकार्ड्स पब्लिक किए जाएँ। मुख्यमंत्रीज अपनी जिम्मेदारी से हटने की कोशिश न करें। देश देख रहा है @myogiadityanath इस्तीफा दो
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 2, 2020
उमा भारती ने कहा- मीडिया और नेताओं को पीड़िता के परिवार से मिलने दीजिए
६)आप एक बहुत ही साफ़ सुधरी छवि के शासक है । मेरा आपसे अनुरोध है कि आप मीडियाकर्मियों को एवं अन्य राजनीतिक दलो के लोगों को पीड़ित परिवार से मिलने दीजिये ।
— Uma Bharti (@umasribharti) October 2, 2020
राज्य सरकार ने पुलिसकर्मियों के सस्पेंशन के ऑर्डर जारी किए
हाथरस से दिल्ली तक हंगामा और प्रदर्शन हुए
गैंगरेप केस में दिल्ली से लेकर पीड़ित लड़की के गांव तक हंगामा और राजनीति जारी रही। दिल्ली के वाल्मीकि मंदिर में पीड़ित के लिए एक प्रार्थना सभा की गई। इसमें कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी समेत कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए।
इस मौके पर प्रियंका ने कहा, ‘दुख की घड़ी में पीड़ित का परिवार अकेला है। हमारी बहन के साथ न्याय होना चाहिए। हमें अन्याय के खिलाफ राजनीतिक लड़ाई तेज करनी होगी। मैं प्रार्थना सभा में शामिल होने के लिए यहां आई हूं।’
इस बीच, इस घटना के विरोध में जंतर-मंतर पर भी प्रदर्शन किया गया। यहां दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी पहुंचे। उन्होंने कहा कि दोषियों को जल्द फांसी हो। इस मुद्दे पर कोई राजनीति नहीं होनी चाहिए। यूपी, मध्य प्रदेश, राजस्थान, मुंबई या दिल्ली में ऐसी घटना क्यों होनी चाहिए? देश में रेप की घटनाएं नहीं होनी चाहिए।

दिल्ली के वाल्मीकि मंदिर में गैंगरेप की पीड़ित के लिए शुक्रवार शाम को 5 बजे प्रार्थना सभा हुई। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी भी मौजूद रहीं।
पीड़ित लड़की के बुलगढ़ी गांव में भी हंगामा हुआ। पुलिस न तो विपक्षी नेताओं को पीड़ित परिवार से मिलने दे रही और न ही मीडिया को एंट्री दी जा रही। गांव की सीमाओं पर पुलिस ने बैरिकेड लगा रखे हैं। पुलिस ने दोपहर 3:50 बजे सफाई दी। एडिशनल एसपी प्रकाश कुमार ने कहा कि मीडिया को SIT की पड़ताल होने तक रोका गया है। जैसे ही जांच पूरी हो जाएगी, मीडिया को पीड़ित के गांव में जाने की परमिशन दे देंगे।
खबर आ रही है कि पुलिस और प्रशासन के रवैए पर उठ रहे सवालों के बीच हाथरस के डीएम और एसपी के खिलाफ राज्य सरकार एक्शन ले सकती है।
पुलिस ने तृणमूल सांसद को धक्का देकर गिराया
तृणमूल (टीएमसी) के नेताओं ने गैंगरेप पीड़ित के गांव में जाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने गांव के बाहर ही रोक दिया। तृणमूल सांसद डेरेक ओ’ब्रायन को धक्के मारकर जमीन पर गिरा दिया।
ब्रायन के साथ तृणमूल की 2 महिला सांसद और एक पूर्व सांसद गैंगरेप पीड़ित के परिवार से मिलना चाहते थे। इस डेलिगेशन में शामिल पार्टी की पूर्व सांसद ममता ठाकुर ने कहा कि महिला पुलिसकर्मियों ने हमारे ब्लाउज खींचे और हमारी सांसद प्रतिमा मंडल पर लाठीचार्ज किया, वे नीचे गिर गईं। फीमेल पुलिस के होते हुए मेल पुलिस ने हमारी सांसद को छूआ। यह शर्म की बात है।
#WATCH We were going to meet her family but there were not allowing us. When we insisted, the women Police personnel pulled at our blouses and lathi-charged at our MP Pratima Mondal. She fell down. The male Police officers touched her. This is shameful: Mamata Thakur, TMC https://t.co/404nqZhjl5 pic.twitter.com/Nxc9SLeMWY
— ANI (@ANI) October 2, 2020
प्रशासन की सफाई- तृणमूल के आरोप झूठे
हाथरस के एसडीएम (सदर), प्रेम प्रकाश मीणा का कहना है कि SIT टीम गांव के अंदर है। जांच प्रभावित नहीं हो, इसलिए किसी को भी अंदर जाने की परमिशन नहीं है। तृणमूल की महिला नेताओं को महिला पुलिसकर्मियों ने वापस जाने को कहा था। जब उन्होंने जबरदस्ती की तो, महिला कांस्टेबलों ने रोका। ये आरोप झूठे हैं कि मेल पुलिस ने महिला नेताओं को छुआ।

अपडेट्स
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा है, “उत्तर प्रदेश में माताओं-बहनों के सम्मान-स्वाभिमान को क्षति पहुंचाने का विचार मात्र रखने वालों का समूल नाश सुनिश्चित है। इन्हें ऐसा दंड मिलेगा जो भविष्य में उदाहरण प्रस्तुत करेगा।”
उत्तर प्रदेश में माताओं-बहनों के सम्मान-स्वाभिमान को क्षति पहुंचाने का विचार मात्र रखने वालों का समूल नाश सुनिश्चित है।
इन्हें ऐसा दंड मिलेगा जो भविष्य में उदाहरण प्रस्तुत करेगा।
आपकी @UPGovt प्रत्येक माता-बहन की सुरक्षा व विकास हेतु संकल्पबद्ध है।
यह हमारा संकल्प है-वचन है।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 2, 2020
पीड़ित परिवार ने CBI जांच की मांग की
एक वीडियो में हाथरस के डीएम प्रवीण लक्षकार पीड़ित परिवार से यह कहते हुए दिख रहे हैं कि मीडिया आज यहां है, कल नहीं रहेगा। आप सरकार की बात मान लीजिए। यह वीडियो वायरल होने के बाद परिवार के किसी भी सदस्य को बाहर नहीं जाने दिया जा रहा। मृतक लड़की के पिता ने CBI जांच की मांग की है। उनका कहना है कि यूपी पुलिस पर अब भरोसा नहीं रहा, हमें मीडिया वालों से नहीं मिलने दे रहे। घर से निकलने पर भी 10 तरह के सवाल किए जा रहे हैं।
पुलिस ने पीड़ित परिवार के फोन छीने
परिवार का एक बच्चा किसी तरह बाहर निकलकर आया और मीडिया को बताया कि सभी के फोन छीन लिए गए हैं। बच्चे ने कहा कि घरवाले आपसे मिलना चाहते हैं, लेकिन उन्हें रोक रखा है। इसके बाद पुलिस ने बच्चे को भी वहां से भगा दिया।
गांव वालों ने कहा- हमारे साथ भी अपराधियों जैसा सलूक हो रहा
उधर, पुलिस ने हाथरस जिले में धारा-144 लगाने के साथ ही पीड़ित के गांव में नाकेबंदी कर रखी है। पूरे गांव को छावनी बना दिया गया है। गांव के लोगों को भी आईडी दिखाने के बाद ही एंट्री दी जा रही है। पुलिस और प्रशासन के इस रवैए से लोग नाराज हैं। उनका कहना है कि अपने ही गांव में हमसे अपराधियों जैसा सलूक हो रहा है।

पीड़ित के गांव के बाहर पुलिस ने बैरिकेड लगा रखे हैं।
राहुल-प्रियंका को यूपी पुलिस ने 4 घंटे हिरासत में रखा था
राहुल और प्रियंका गांधी गुरुवार को गैंगरेप पीड़ित के परिवार से मिलने जाना चाहते थे। लेकिन, ग्रेटर नोएडा में उनका काफिला रोक लिया गया। वे कार से उतरकर पैदल ही आगे बढ़ने लगे। करीब ढाई किमी चले थे कि इकोटेक-1 थाना इलाके में राहुल-प्रियंका को गिरफ्तार कर लिया गया। इस दौरान पुलिसवाले ने राहुल की कॉलर भी पकड़ी। धक्कामुक्की में राहुल जमीन पर गिर गए। राहुल-प्रियंका को पुलिस ने 4 घंटे बाद छोड़ा। (पूरी खबर यहां पढ़ें…)

धक्का-मुक्की के दौरान गिरने से राहुल के हाथ में चोट लग गई थी।
क्या है पूरा मामला?
हाथरस जिले के चंदपा इलाके के बुलगढ़ी गांव में 14 सितंबर को 4 लोगों ने 19 साल की युवती से गैंगरेप किया था। आरोपियों ने युवती की रीढ़ की हड्डी तोड़ दी और उसकी जीभ भी काट दी थी। दिल्ली में इलाज के दौरान पीड़ित की मौत हो गई। चारों आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं। हालांकि, पुलिस का दावा है कि दुष्कर्म नहीं हुआ था।
ये खबरें भी पढ़ सकते हैं…
[ad_2]
Source link