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शालिनी मिश्रा का यह तोहफा ममता बनर्जी को परेशान कर सकता है.
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (International Women’s Day) के मौके पर वाराणसी की कलाकार शालिनी मिश्रा ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) को 51 हजार राम शब्दों से बना राम दरबार तोहफे में दिया है.
51 हजार राम नाम के शब्दों से राम दरबार बनाने वाली कलाकार शालिनी मिश्रा ने काशी विद्यापीठ से इसी साल टॉप किया है. इनकी कलाकारी कुछ ऐसी कागज पर उतरी कि आज बनारस में चर्चा का विषय बन गयी. उन्होंने राम दरबार किसी मशीन या किसी पेंट से नहीं बनाया बल्कि यह राम नाम के शब्दों से बना है. शालिनी मिश्रा ने 51 हजार राम नाम के शब्द को सजाकर राम दरबार का रूप दे दिया गया है और इसे बनाने में 1 महीना 30 दिन लगे.
राम किसी राजनैतिक दल के नहीं है, वह सबके हैं: शालिनीशालिनी ने अपनी इस कलाकारी को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पोस्ट किया है. महिला दिवस के अवसर इन्होंने वाराणसी के नीची बाग के महिला पोस्ट ऑफिस से डाक द्वारा यह राम दरबार भेजा है. उन्होंने बताया कि जिस प्रकार ममता बनर्जी राम नाम से एतराज करती हैं वो मुझे बुरा लगा और तब मैंने राम नाम के 51 हजार शब्दों से राम दरबार बनाया और उन्हें भेजने के लिए तैयार किया. शालिनी का कहना है कि राम किसी राजनैतिक दल के नहीं हैं, वह सबके हैं.

शालिनी मिश्रा ने राम दरबार करीब 60 दिन में बनाया है.
बहरहाल, राम नाम के 51 हजार शब्दों का यह राम दरबार दर्शाता है कि राम सबके हैं किसी धर्म व जाति के नहीं. ऐसे में ममता बनर्जी की राम नाम से एतराज से नाराजगी सिर्फ बंगाल तक ही सीमित नहीं बल्कि देश के हर कोने में है.
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