न्यूज डेस्क, अमर उजाला, लखनऊ
Updated Thu, 17 Dec 2020 12:57 AM IST
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यूपी कोरोना टीकाकरण प्रथम चरण की व्यवस्था के इंतजार पूरे हो गए हैं। प्रदेश में 22 जिलों में वैक्सीन रखने के लिए कमरे बनाए जा रहे हैं। प्रदेश में हम लोग 2.03 लाख लीटर वैक्सीन रखने का इंतजाम कर रहे हैं। प्रत्येक जिले में कोल्ड चेन प्वांइट तैयार किए गए हैं। अभी तक सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों में पांच लाख स्वास्थ्य कर्मियों का डाटा अपलोड किया गया है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन महाप्रबंधक डॉ. मनोज शुक्ला ने बताया कि शुरुआत में प्रदेश में तीन चरणों में कोविड टीकाकरण किया जाएगा। पहले चरण में सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टरों व पैरामेडिकल स्टॉफ का टीकाकरण अस्पतालों में किया जाएगा। दूसरे चरण में नगर निगम, फौज, पुलिस कर्मियों और तीसरे चरण में 50 साल से ऊपर के लोगों को टीकाकरण किया जाएगा।
स्वास्थ्य महानिदेशक डीएस नेगी ने बताया कि प्रदेश में कोविड वैक्सीन के भंडारण, डीप फ्रीजर, कोल्ड बॉक्स, वैक्सीन कैरियर का इंतजाम किया जा चुका है। प्रदेश स्तर पर मास्टर ट्रेनर्स को टीकाकरण का पहला प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगने के बाद ही उनमें से लोगों को टीका लगाने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को चिन्हित किया जाएगा।
यूपी कोरोना टीकाकरण प्रथम चरण की व्यवस्था के इंतजार पूरे हो गए हैं। प्रदेश में 22 जिलों में वैक्सीन रखने के लिए कमरे बनाए जा रहे हैं। प्रदेश में हम लोग 2.03 लाख लीटर वैक्सीन रखने का इंतजाम कर रहे हैं। प्रत्येक जिले में कोल्ड चेन प्वांइट तैयार किए गए हैं। अभी तक सरकारी व गैर सरकारी अस्पतालों में पांच लाख स्वास्थ्य कर्मियों का डाटा अपलोड किया गया है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन महाप्रबंधक डॉ. मनोज शुक्ला ने बताया कि शुरुआत में प्रदेश में तीन चरणों में कोविड टीकाकरण किया जाएगा। पहले चरण में सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टरों व पैरामेडिकल स्टॉफ का टीकाकरण अस्पतालों में किया जाएगा। दूसरे चरण में नगर निगम, फौज, पुलिस कर्मियों और तीसरे चरण में 50 साल से ऊपर के लोगों को टीकाकरण किया जाएगा।
स्वास्थ्य महानिदेशक डीएस नेगी ने बताया कि प्रदेश में कोविड वैक्सीन के भंडारण, डीप फ्रीजर, कोल्ड बॉक्स, वैक्सीन कैरियर का इंतजाम किया जा चुका है। प्रदेश स्तर पर मास्टर ट्रेनर्स को टीकाकरण का पहला प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। पहले चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगने के बाद ही उनमें से लोगों को टीका लगाने वाले स्वास्थ्य कर्मियों को चिन्हित किया जाएगा।