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रायबरेलीएक घंटा पहले
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रायबरेली में सुबेदार रामशंकर द्विवेदी के पार्थिव शरीर को नमन करते उनके सेना की वर्दी में दोनों बेटे।
- सरेनी थाना क्षेत्र के रहने वाले थे रामशंकर द्विवेदी
- मृतक सुबेदार के दो बेटे सेना में, लोगों ने लगाए भारत माता की जय के नारे
उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में गुरुवार को सूबेदार राम शंकर द्विवेदी का पूरे सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। बीते मंगलवार को मुजफ्फरनगर स्थित ट्रेनिंग सेंटर के सामने बनाए गए अस्थाई पुल का एक हिस्सा टूटने से राम शंकर गंगनहर में गिर गए थे। उन्होंने कैंप के छह जवानों को बचा लिया था। लेकिन इस हादसे में उनकी मौत हो गई थी। अफसरों और जनप्रतिनिधियों के अलावा ग्रामीणों ने नम आंखों से श्रद्धांजलि दी। गंगा तट पर बड़े बेटे ने बेटे राम शंकर की चिता को मुखाग्नि दी। इस दौरान लोगों ने भारत माता की जय के नारे लगाए।
परिवार में पसरा मातम
सरेनी थाना क्षेत्र के जगन्नाथपुर गांव निवासी राम शंकर द्विवेदी की वर्तमान में मुजफ्फरनगर जिले में पुरकाजी कस्बे में लक्सर रोड स्थित सेना के ट्रेनिंग सेंटर में थी। उनके दो बेटे भी सेना में हैं। गुरुवार सुबह उनका शव पैतृक गांव लाया गया। इसके बाद परिवार में मातम पसर गया। इसके बाद उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस दौरान एसडीएम लालगंज विनय कुमार, सरेनी कोतवाली प्रभारी अनिल सिंह, सरेनी विधानसभा से भाजपा विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह, कांग्रेस के पूर्व विधायक अशोक कुमार सिंह, सपा के पूर्व विधायक देवेंद्र प्रताप सिंह के बेटे दिव्याम्बर सिंह उर्फ बाबा राजा और अभितेंद्र राठौर सपा नेता ने भी सूबेदार राम शंकर द्विवेदी को श्रद्धांजलि दी।

सुबेदार रामशंकर।-फाइल फोटो
बुधवार को बरामद हुआ था शव
सूबेदार राम शंकर द्विवेदी बीते मंगलवार को ट्रेनिंग सेंटर में छह जवानों को ट्रेनिंग दे रहे थे। धमात गंगनहर पुल के निकट अस्थाई पुलिस बनाने और उसे तोड़ने का अभ्यास जवानों को कराया जा रहा था। इसी दौरान अचानक पुल टूट गया। जिससे पुल पर मौजूद सुबेदार गंगनहर में गिर गए। लेकिन इससे पहले उन्होंने सभी जवानों को गाड़ी से भगा दिया था। जिससे उनकी जान बच गई। लेकिन राम शंकर की गंगनहर में डूबने से मौत हो गई थी। बुधवार को उनका शव बरामद हुआ था।